Demat Account के नुकसान क्या है? यह समझने से पहले, Demat Account क्या होता है? इसके बारे में आपको पता होना चाहिए।
Demat Account से पहले शेयर को खरीदने और बेचने में बहुत दिक्कत होता था। परन्तु डीमैट अकाउंट होने से आप आसानी से शेयर खरीद सकते है और उन्हें डिजिटल रूप से स्टोर कर सकते है।
इसके साथ Transfers या लेनदेन जल्दी से किया जा सकता है। परंतु Demat Account के बहुत नुकसान भी है।
Demat Account के नुकसान क्या है?
Demat Account के कई सारे नुकसान है। जैसे;- Opening Charges, Annual Maintenance Fee, Transaction Fee, Brokerage Charges आदि।
Demat Account के नुकसान क्या है? इसको आगे और भी अच्छे से समझते है। लेकिन आपको कुछ और भी ऐसे बात है। जिसको जानना बहुत जरूरी है।
Demat Account क्या है?
Demat Account को डिमैटेरियलाइजेशन कहा जाता है। डिमैटेरियलाइजेशन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा Physical Securities को Electronic Format में परिवर्तित किया जाता है।
Demat Account का एक प्रमुख Advantages यह है कि यह आपके पैसे को संग्रहीत करने के लिए Bank Account जैसा ही कार्य करता है।
सुरक्षा Ensure करने के लिए प्रत्येक Demat Account का एक Unique Account Number और Password होता है।
Advantages
डीमैट अकाउंट होने से आप आसानी से शेयर खरीद सकते है और उन्हें डिजिटल रूप से स्टोर कर सकते है। इसलिए, शेयर चोरी होने या खो जाने का कोई डर नहीं रहता।
Demat Account ने Securities को Physical Forms में रखने से जुड़े जोखिमों को बहुत कम कर दिया है जैसे – जालसाजी, चोरी, Fake Securities।
यह Securities के Instant Transfer की भी अनुमति देते है। इसलिए, जैसे ही कोई Trader, Favorable अवसर देखता है, Securities में Transfers या लेनदेन जल्दी से किया जा सकता है।
आप चाहें तो Demat Account के जरिए एक भी शेयर खरीद या बेच सकते है।
एक Trader के रूप में, आप न केवल ऑनलाइन Demat Account खोल सकते है, बल्कि कई कंपनियों से संपर्क किए बिना पता में परिवर्तन जैसी महत्वपूर्ण Account जानकारी भी अपडेट कर सकते है।
Demat Account कई अलग-अलग प्रकार की Securities को रखने के लिए एक बेहतरीन ऑल-इन-वन Account है।
Equity और Debt दोनों Securities में निवेश कर सकते है। और इसका उपयोग म्यूचुअल फंड और गोल्ड ईटीएफ रखने के लिए भी किया जा सकता है।
वर्तमान में Demat Account Holder का Nominees आसानी से Ownership का दावा कर सकता है या Account Holder की मृत्यु होने पर धनराशि निकाल सकता है।
लेकिन, पहले Nominees को Share Certificate को समाप्त करने के लिए कई चरणों से गुजरना पड़ता था।
Disadvantages
Physical Securities के साथ Trading करने वाले को Electronic Securities में Trading करना Online Trading की दुनिया में नए लोगों के लिए थोड़ा कठिन और जटिल भी लग सकता है।
नए निवेशक अक्सर निवेश के फैसले लेते समय अपने दोस्तों और रिश्तेदारों की सलाह और सुझावों से Influenced होते है। इसके साथ ही ट्रेडिंग आसान हो गया है, इसलिए कुछ निवेशक शेयर खरीदने या बेचने से पहले एक बार भी नहीं सोचते है।
इस वजह से नुकसान होने और आपके Long-term Financial Goals में बाधा आने की संभावना बढ़ जाती है।
Demat Account के फायदे और नुकसान
डीमैट अकाउंट रखने के कई फायदे है। लेकिन डीमैट अकाउंट के कुछ नुकसान भी है।
Demat Account के फायदे
Demat Account ने निवेशकों का जीवन बहुत आसान बना दिया है। और Demat Account को Brokerage Account से जोड़ने पर शेयर खरीदना और बेचना आसान हो जाता है।
इसके साथ ही डिजिटल फॉर्म में सुरक्षित रहते है और शेयर चोरी का डर नहीं होता है और नहीं खरीद-बिक्री के दौरान घोटाला होता है।
जब आपको कोई बोनस शेयर इश्यू मिलता है, तो वह बहुत आसानी से और तुरंत आपके Demat Account में ट्रांसफर हो जाता है, साथ ही पहले की तुलना में Charges भी बहुत कम हो गए है।
कम जोखिम
Physical Securities चोरी, हानि या क्षति के कारण जोखिमपूर्ण होता है। इसके अलावा, खराब डिलीवरी या नकली Securities और भी जोखिम पैदा करता है।
परंतु Demat Account खोलने से ये जोखिम पूरी तरह से समाप्त हो जाते है, जो Holders को अपने सभी निवेशों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखने का विकल्प प्रदान करता है।
आसान होल्डिंग
Physical Certificates को Maintaining रखना एक कठिन काम है। इसके अलावा उनके प्रदर्शन पर नजर रखना एक अतिरिक्त जिम्मेदारी है।
Demat Account Holders एक ही Account के जरिए अपने सभी निवेशों को रखना और ट्रैक करना ज्यादा सुविधाजनक बना देता है।
आकस्मिक लॉट
Physical Certificates के साथ, खरीद और बिक्री केवल Specific Quantities में ही संभव था। Random Lots या एक Securities में सौदा करने की सुविधा भी उपलब्ध नहीं थी। परंतु Demat Account ने इस समस्या को खत्म कर दिया है।
डीमैट अकाउंट होने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें odd-lot की समस्या खत्म हो जाता है। पहले आप केवल ईवन लॉट में ही Physical शेयर बेच सकते थे।
अब आप ईवन लॉट में शेयर खरीदना और बेचना चाहते है, तो आप अपने डीमैट अकाउंट से ऐसा कर सकते है।
पहले आपको शेयर बेचना भी होता था तब सभी शेयर एक साथ बेचना पड़ता था। परंतु डीमैट अकाउंट के वजह से अब आप चाहें तो एक शेयर या सभी शेयर एक साथ बेच सकते है।
कम लागत
Physical certificates में कई Additional Costs शामिल होता था। जैसे स्टाम्प ड्यूटी, हैंडलिंग शुल्क और कई अन्य ऐसे खर्च। परंतु Demat Account से ये अतिरिक्त खर्च कम हो जाते है।
कम समय
Paperwork खत्म होने से लेनदेन पूरा करने में लगने वाला समय कम हो जाता है। कम समय में और अधिक दक्षता के साथ Securities Holdings की अधिक खरीद और बिक्री करने में सक्षम बनाता है।
Demat Accounts सरल, परेशानी मुक्त और बेहद आकर्षक है। आज के समय में, वे Financial Planning के लिए आवश्यक है।
पहले Paper Share Certificates के साथ, Trade Settlement में लगभग 14 दिन लगते थे। परंतु आज Demat Account के वजह से Trade Settlement T+1 तक कम हो जाता है, जिससे बहुत समय, Effort और Energy की बचत होती है।
अब आज के समय में आप शेयरों को एक जगह से दूसरी जगह बहुत आसानी से ट्रांसफर कर सकते है या फिर उन्हें बहुत जल्दी बेच भी सकते है। लेकिन पहले के समय में यह प्रक्रिया बहुत लंबी और थकाऊ था।
Demat Account के नुकसान
Demat Account के कई सारे नुकसान है इसलिए एक स्मार्ट निवेशक के रूप में, आपको Demat Account के नुकसानों के बारे में पता होना चाहिए।
जब आप Demat Account खोलते है तो Hidden Charges का खुलासा नहीं किया जाता है।
लेकिन जब आपके Trading Account में Balance होता है, तो स्टॉक ब्रोकर आपके Hidden Balance काट सकता है।
Demat Account में नुकसान से बचने के लिए, आपको पहले से ही Hidden Balance के बारे में अच्छी तरह से पता होना चाहिए।
Demat Account Opening Charges
जब Demat Account को Open किया जाता है Opening Charges लगता है। Charges आम तौर पर ₹500 से लेकर ₹1,000 तक होता है।
Charges की राशि ब्रोकर के अनुसार अलग-अलग होती है, लेकिन आमतौर पर यह ₹500 से ₹1,000 के बीच होता है।
Annual Maintenance Fee
Annual Maintenance Fee Demat Account को Maintaining रखने के लिए हर साल लिया जाता है। यह शुल्क आम तौर पर ₹100 से ₹200 तक होता है।
जब हम किसी स्टॉक ब्रोकर के पास अपना Demat Account खोलते है, तो ब्रोकर वार्षिक शुल्क लेता है।
आप अपने Demat Account का उपयोग करें या फिर नहीं करें, आपको Annual Charges देना ही पड़ता है।
इसलिए Demat Account के नुकसान से बचने के लिए, आपको Demat Account तभी खोलना चाहिए जब आपको इसकी आवश्यकता हो।
Transaction Fee
Transaction Fee वे शुल्क हैं जो आप ट्रेडिंग और निवेश करते समय चुकाते है। ये शुल्क तब लगाए जाते है जब आप अपने Demat Account में Securities खरीदते या बेचते है।
Brokerage Charges
Brokerage Charges ब्रोकर द्वारा ट्रेडिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए ली जाने वाली फीस है। यह फीस ब्रोकर, ट्रेडिंग के प्रकार और ट्रेडिंग की मात्रा के आधार पर अलग-अलग होती है।
जब कोई व्यक्ति या व्यापारी Short Term के लिए (Intraday Trading, F&O Trading) Trading करता है तब High Brokerage देना पड़ता है।
Brokerage जितना अधिक होता है उतना ही नुकसान होता है।
जब भी आप अपने Demat और Trading Account से Trading करते है तब आपसे Brokerage कमीशन ले लेता है।
स्टॉक ब्रोकर का मुख्य कमाई Brokerage के द्वारा होता है।
Share Market में मुख्य रूप से दो प्रकार के स्टॉक ब्रोकर होते है
- Full Service Broker
- Discount Service Broker
Full Service Broker
फुल सर्विस ब्रोकर आपसे Delivery और Short Term Trading दोनों में High Brokerage चार्ज करते है।
इसके साथ फुल सर्विस ब्रोकर का Annual Charges अधिक लेता है।
Discount Service Broker
डिस्काउंट सर्विस ब्रोकर, फुल सर्विस ब्रोकर से कम Brokerage चार्ज करता है। और डिस्काउंट ब्रोकर फुल सर्विस ब्रोकर से Annual Charges कम लेता है।
Stamp Duty
Stamp Duty एक शुल्क है जो सरकार द्वारा Securities के Transfer पर लगाया जाता है। यह राशि आपके निवास स्थान के आधार पर अलग-अलग होती है।
SEBI Charges
Securities and Exchange Board of India (SEBI) Demat Account सेवाओं के लिए शुल्क लेता है। सेबी वर्तमान में प्रति Demat Account के लिए प्रति वर्ष ₹100 का शुल्क लेता है।
Clearing and Settlement Fees
Clearing and Settlement Fees वे शुल्क है जो लेनदेन की प्रक्रिया के लिए क्लियरिंग और सेटलमेंट सिस्टम द्वारा लिए जाते है। क्लियरिंग और सेटलमेंट शुल्क आपके द्वारा ट्रेड किए जाने वाले एक्सचेंज के आधार पर अलग-अलग होते है।
Financial Risk
अगर अकाउंट किसी समझदार व्यक्ति के पास है तो उसके लिए अच्छा है। अगर किसी नौसिखिए के पास डीमैट अकाउंट है तो उसके लिए यह Financial Risk से भरा है।
क्योंकि वह सबके बहकावे में आकर ट्रेड लेना शुरू कर देता है और इन ट्रेडों से उसे बहुत नुकसान होता है और उसका पैसा लगभग खत्म हो जाता है। तो ऐसे में डीमैट अकाउंट में वित्तीय जोखिम बहुत ज्यादा होता है।
हैक होने का खतरा
अगर किसी निवेशक ने सालों से शेयर मार्केट में अपनी पूंजी लगाई हो और एक दिन उसका डीमैट अकाउंट हैक हो जाए तो यह सबसे दुखद स्थिति बन जाती है।
डीमैट अकाउंट के सबसे बड़े नुकसान की बात करें तो डीमैट अकाउंट के हैक होने का खतरा सबसे बड़ा नुकसान है।
यदि आप अपने Demat Account की गोपनीय जानकारी के प्रति थोड़ी भी लापरवाही बरतते है, तो आपका Demat Account भी हैक किया जा सकता है।
इसलिए व्यक्तिगत जानकारी और वित्तीय डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।
Technical Knowledge
Demat Account का सही तरीके से उपयोग करने के लिए आपको शेयर होल्डिंग, शेयरों की खरीद-बिक्री, पैसा जोड़ने, पोर्टफोलियो आदि के बारे में जानकारी होनी चाहिए।
Technical Knowledge का ज्ञान और Skills के बिना, आपको अपने Demat Account का Manage करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
यदि आपको Technical Knowledge नहीं है या फिर आप टेक्नोलॉजी के बिल्कुल भी अभ्यस्त नहीं है तो आप अपने Demat Account को आसानी से इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
High Frequency
शेयरों के डिमैटेरियलाइजेशन ने बाजार में ट्रेडिंग लेनदेन को तेज और सरल बना दिया है। जिसे अब एक क्लिक से ऑनलाइन पूरा किया जा सकता है।
इससे Shareholders और निवेशकों को शेयरों को ऑनलाइन जल्दी से ट्रैक करने के लिए मजबूर होना पड़ता है, जो फायदेमंद लग सकता है। परंतु ऐसा नहीं है।
Demat Account आपको बार-बार Trade करने के लिए भी मजबूर करता है, जो आपको Long-term Investment Opportunities का लाभ उठाने से रोकता है। बहुत बार Trade करने से Long-term Gains के बजाय नुकसान हो सकता है।
एक से अधिक Demat accounts खोलने के फायदे
अलग-अलग ब्रोकर के साथ कई Demat Accounts खोलने से, आप अपने निवेश को अलग-अलग ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और ब्रोकरेज सेवाओं में Diversity प्रदान कर सकते है। इससे आपको अपना जोखिम कम करने और ब्रोकरेज फीस और अन्य शुल्कों पर सबसे अच्छा Deals पाने में मदद मिल सकती है।
आप Economy के Different Sectors में अपने निवेश को Diversified बनाने के लिए Multiple Demat Accounts का उपयोग कर सकते है।
इससे आपको किसी एक क्षेत्र में अपने जोखिम को कम करने में मदद मिल सकता है।
Diversification
Demat Account विभिन्न Brokers और Sectors में निवेश के Diversification की अनुमति देता है।
Broker Comparison
आपको विभिन्न Platforms पर Brokerage Charges और Services की तुलना करने में सक्षम बनाता है।
Tax Planning
Tax उद्देश्यों के लिए निवेश को अलग करके Tax planning को आसान बनाता है।
Specialized Investments
विभिन्न Trading Strategies के आधार पर Targeted Investing सुविधाएं प्रदान करता है।
Take Advantage of Different Brokers
Specific Trading आवश्यकताओं के लिए Different Brokers की Strengths का उपयोग किया जाता है।
Risk Management
निवेश में Diversifying जोखिम को फैलाने में मदद मिलती है।
Investment Strategies
एक साथ Different Investment Strategies के साथ प्रयोग करने की अनुमति देता है।
Fees and Services
कई Demat Accounts होने से आप आसानी से विभिन्न ब्रोकरों द्वारा दी जाने वाली ब्रोकरेज फीस और सेवाओं की तुलना कर सकते है। इससे आपको अपनी जरूरतों के हिसाब से सबसे अच्छा ब्रोकर चुनने और ब्रोकरेज लागत पर पैसे बचाने में मदद मिल सकता है।
Different Trading Strategies
आप अलग-अलग Trading Strategies को लागू करने के लिए कई Demat Accounts का उपयोग कर सकते है।
उदाहरण के लिए, long-term Investments के लिए एक Demat Account और Short-term या Intraday Trading के लिए दूसरा Account हो सकता है।
Research and Insights
Informed Investment Decisions लेने में सहायता के लिए विभिन्न ब्रोकरों द्वारा प्रस्तुत Research और Insights तक भी पहुंच सकते है।
Different Asset Classes
आप स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड और ईटीएफ जैसे विभिन्न Asset Classes में निवेश करने के लिए कई Demat Accounts का भी उपयोग कर सकते है।
इससे आपको अधिक Diversified और संतुलित निवेश पोर्टफोलियो बनाने में मदद मिल सकता है।
Access to Market Information
कई Demat Accounts के साथ, आप आसानी से विभिन्न ब्रोकरों से Research और Information प्राप्त कर सकते है। आप इन जानकारियों का उपयोग अपने निवेश को बढ़ाने और अपनी मौजूदा Trading/Investment Strategy को बेहतर बनाने के लिए कर सकते है।
Organized Portfolio
कई Demat Accounts आपको अलग-अलग ब्रोकर के साथ अपने Investments का Manage करने की अनुमति देते है।
उदाहरण के लिए, एक Demat Account के माध्यम से Long-term Investments किया जा सकता है, जबकि दूसरे Demat Account के माध्यम से इंट्राडे और F&O ट्रेड किए जा सकते है।
एक से अधिक Demat Accounts खोलने के नुकसान
कई Demat Accounts खोलने का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि आपको उस Accounts से कई शुल्कों को देना पड़ता है।
भले ही आपका DP आपको मुक्त में Account खोलने की अनुमति देता है। लेकिन Demat Account आपसे Account Maintenance Fee लेता है।
इसके अलावा कई अन्य Hidden Charges भी है जो आपको परेशान करेंगे और अंत में आपको उनका भुगतान करना ही होगा।
Demat Account के फायदे और नुकसान पर विचार करते समय एक और नकारात्मक पहलू यह है कि प्रत्येक Demat Account के लिए अलग-अलग समय और ध्यान की आवश्यकता होती है।
यदि आपके पास कई Demat Account है, तो आपका समय ज्यादा लग जाता है। लेकिन आप नौकरी करते है और Active Investors नहीं बनना चाहते है तो कई Accounts को मैनेज नहीं कर पाएंगे।
Multiple Demat Accounts का Operating करने के लिए निवेशक को विभिन्न Monthly, Quarterly और Annual Statements के बहीखाते Skills की भी आवश्यकता होती है।
Account Opening
एक से अधिक Demat Accounts खोलना समय लेने वाला कार्य हो सकता है और इसमें बहुत सारी कागजी कार्रवाई भी शामिल होती है।
Complexity
एक से अधिक Demat Account का Managing बोझिल और जटिल हो सकता है।
High Fees
रखरखाव और लेनदेन शुल्क के कारण High Fees लगने की संभावना है।
Lack of Focus
एक से अधिक Accounts होने से प्रत्येक निवेश पर ध्यान और एकाग्रता में कमी आ सकती है।
Paperwork
एक से अधिक Demat Account के Managing के लिए कागजी कार्रवाई और Documentation में वृद्धि होता है।
Overtrading
कई Demat Account होने के वजह से ओवरट्रेडिंग करने की संभावना ज्यादा होता है।
Safety Concerns
अधिक Accounts का Manage करने से सुरक्षा भंग होने का जोखिम बढ़ जाता है।
Account Inactivity
यदि Accounts का Regularly उपयोग नहीं किया जाता है तो Inactivity Fees का जोखिम होता है।
Transaction Fees
ब्रोकर प्रत्येक खरीद और बिक्री ऑर्डर के लिए लेनदेन शुल्क भी लेते है। यदि आप अक्सर Trade करते है तो यह शुल्क बढ़ भी सकता है।
Account Maintenance Fee
ज्यादातर ब्रोकर हर Demat Account के लिए Account Maintenance Fee लेते है। अगर आपके पास कई Demat Account है, तो यह शुल्क बढ़ सकता है।
Account Management
कई Demat Accounts का Manage करना भी समय लेने वाला हो सकता है और इसमें बहुत सारी कागजी कार्रवाई शामिल होती है।
उदाहरण के लिए, आपको प्रत्येक Accounts में अपने निवेश और लेन-देन को ट्रैक करना होगा, और आपको प्रत्येक Accounts के लिए अलग-अलग Tax रिटर्न दाखिल करना होगा।
Not Keeping Track of Investments
अगर आपके पास कई Demat Account है, तो आपके लिए अपने सभी निवेशों पर नजर रखना भी मुश्किल हो सकता है। इससे महत्वपूर्ण अवसर चूक सकते है या गलतियां हो सकती है।
Overextending Yourself
कई Demat Accounts होने से प्रत्येक निवेश पर उचित ध्यान देना और ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है। इससे गलत निवेश निर्णय हो सकता है।
More Time and Effort Required
कई Demat Account का Manage करना आसान काम नहीं है। आपको प्रत्येक Account और उसके संचालन की निगरानी में अधिक समय और प्रयास लगाना होगा, जो सभी निवेशकों के लिए संभव नहीं हो सकता है।
Cost of Inaction
यदि आपके पास एक से अधिक Demat Account है, तो आपको Accounts की Activity पर नजर रखने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि Accounts में Regular लेनदेन हो रहा है, ताकि ब्रोकर लंबी अवधि तक निष्क्रिय रहने के बाद आपके Account को फ्रीज न कर दे।
एक से अधिक Demat Account खोलने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
सबसे अच्छी बात यह है कि भारत में एक से अधिक Demat Account को रखना पूरी तरह से कानूनी है।
आप प्रत्येक ब्रोकर के पास केवल एक ही डीमैट अकाउंट खोल सकते है, और यदि आप दूसरा डीमैट अकाउंट खोलना चाहते है तो आपको किसी अन्य ब्रोकर से संपर्क करना होगा।
कई डीमैट अकाउंट उन Traders के लिए फायदेमंद हो सकते है जो अपने निवेश को अलग-अलग रखना चाहते है और अधिक Organized होना चाहते है।
वे एक डीमैट अकाउंट का इस्तेमाल ट्रेडिंग के लिए और दूसरे का इस्तेमाल सिर्फ निवेश के लिए कर सकते है।
भारत में एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट रखना कानूनी तौर पर जायज है। बस शर्त यह है कि आप इसे सिर्फ एक ब्रोकर के साथ नहीं खोल सकते है।
वर्तमान में भारत में दो डिपॉजिटरी है:-
- नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL)
- सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL)
आपकी Securities, NSDL या CDSL के पास होती है। इस प्रकार, भले ही आप अपने शेयर किसी ब्रोकर के माध्यम से खरीदते हो लेकिन डीमैट अकाउंट में आपकी होल्डिंग्स पर स्टोक ब्रोकर का कोई नियंत्रण नहीं होता है, जिससे आपकी Securities सुरक्षित रहता है।
डीमैट अकाउंट कैसे बंद करें?
अगर आप अपना डीमैट अकाउंट बंद करना चाहते है तो सबसे पहले आपको एक काम करना होगा।
आपको अपने सारे शेयर या तो बेचने होंगे या फिर किसी दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर करना होगा, आपको अपना डीमैट अकाउंट सेटल करना होगा।
अब डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) से अकाउंट क्लोजर फॉर्म लें और उस फॉर्म को भरें।
फॉर्म के साथ आपको पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और आईडी-प्रूफ जैसे Documents अटैच करने होंगे। उसके बाद अब Documents जमा करने के बाद क्लोजिंग प्रक्रिया पूरी हो जाता है।
Conclusion
अब आप पूरे अच्छे से समझ गए होंगे की Demat Account के नुकसान क्या है? और Demat Account का क्या फायदा है।
Demat Account के जरिए एक शेयर भी खरीद या बेच सकते है। और Equity और Debt दोनों Securities में निवेश कर सकते है।
Demat Account ने निवेशकों का जीवन बहुत आसान बना दिया है। लेकिन Online Trading की दुनिया में नए लोगों के लिए थोड़ा कठिन और जटिल भी लग सकता है।
परंतु ट्रेडिंग आसान हो गया है, इसलिए कुछ निवेशक शेयर खरीदने या बेचने से पहले एक बार भी नहीं सोचते है।
Demat Account से जितना फायदा है। उतना ही नुकसान भी है। इसलिए Demat Account को खोलने से पहले सभी चीज के बारे में आपको पता होना चाहिए।