Share Market क्या है? 5 मिनट में आसान भाषा में समझे

Share Market क्या है?

शेयर मार्केट एक ऐसा बाजार है जहां पर कंपनियां के शेयर को खरीदा और बेचा जाता है। परंतु जो लोग नए हैं उनको शेयर मार्केट की दुनिया ठीक तरह से समझ में नहीं आता है। 

नए लोगों को शेयर मार्केट एकदम भूल भुलैया की तरह लग सकता है। परन्तु आप ठीक तरह से शेयर मार्केट को समझ जाते हैं तब शेयर मार्केट में निवेश करना आसान हो जाता है। 

इसके साथ ही शेयर मार्केट में क्या हो रहा है। यह भी समझ में आने लगेगा।जो लोग एकदम नए हैं उनको शेयर मार्केट के बहुत सारे शब्द समझ में नहीं आता है। 

यदि आप शेयर मार्केट को समझना चाह रहें है। तब सबसे पहले आपको घबराना नहीं है। शुरुआत में शेयर मार्केट को समझने में दिक्कत हो सकता है। 

परन्तु आपको भी धीरे-धीरे शेयर मार्केट के बारे में समझने लगेंगे।शेयर मार्केट में भी शेयर को खरीदने और बेचने के लिए मोल-भाव करते है। 

ठीक उसी तरह से जिस तरह से किसी भी दूसरे बाजार में मोल-भाव करके कोई सामान को खरीदते है और सौदे को पक्के करते हैं। 

पहले शेयर को खरीदने और बेचने के लिए खुद शेयर मार्केट में जाना होता था। तभी शेयर मार्केट से शेयर खरीद और बेच पाते थे। 

परन्तु अब इंटरनेट के मदद से शेयर्स को ऑनलाइन घर बैठे ही खरीद और बेच सकते हैं। 

जब खुद शेयर मार्केट में जाकर शेयर को खरीदना और बेचना होता था। तब शेयर को खरीदने और बेचने में बहुत मुश्किल होता था। 

लेकिन अब शेयर मार्केट से शेयर को एक आम आदमी भी खरीद और बेच सकता है।

किसी भी देश के बिज़नेस के विकास के लिए शेयर मार्केट जरुरी होता है। शेयर मार्केट किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 

शेयर मार्केट क्या है? इसको समझने के लिए सबसे पहले बिज़नेस के बारे में समझने होगा। किसी भी बिज़नेस को शुरू करने या बिज़नेस को बड़ा करने के लिए पैसा चाहिए। 

किसी भी एक आदमी के पास बहुत सारा पैसा नहीं रहता है। परन्तु शेयर मार्केट के मदद से हर आम आदमी से पैसा को इकट्ठा कर सकते हैं। 

कंपनियां पैसा इकट्ठा करने के लिए शेयर मार्केट में लिस्ट करवाता है उसके बाद आम आदमी से शेयर मार्केट के मदद से पैसा को इकट्ठा कर लेता है।

उसके बाद पैसा को कंपनी अपना बिजनेस को बढ़ाने में लगता है। जब कंपनी का बिजनेस बढ़ता है तब शेयर का दाम भी बढ़ता है। 

जिससे जिन लोगों ने भी शेयर को खरीदा है उनको भी फायदा होता है। किसी भी देश के बिजनेस को बढ़ाने के लिए शेयर मार्केट का होना बहुत जरूरी है। 

जब शेयर मार्केट नहीं रहेगा तब तक बहुत सारे पैसा बिजनेस करने के लिए इकट्ठा नहीं कर पाएंगे।

किसी भी बिजनेस को चलाने के लिए बहुत सारे कैपिटल (पैसा) का जरूरत होता है। कैपिटल को इकट्ठा करने के लिए शेयर मार्केट का मदद लिया जाता है।

जहां पर आम आदमी से लेकर बड़े से बड़े उद्योगपति से कंपनी के शेयर को बेचकर पैसा इकट्ठा किया जाता है।

यहां पर एक बात और ध्यान देना है कि वही कंपनी के शेयर को खरीद और बेच सकते हैं जो स्टॉक एक्सचेंज लिस्टेड होगा।

शेयर मार्केट के प्रकार

शेयर मार्केट को दो भागों में बांटा जाता है:

  1. प्राथमिक बाजार (Primary Market)
  2. द्वितीयक बाजार (Secondary Market)

प्राथमिक बाजार (Primary Market)

कंपनी को बड़ा करने के लिए बहुत सारे पैसा का जरूर होता है। तब कंपनी शेयर मार्केट में लिस्ट करवाती है।ताकि आम निवेशक से पैसा इकट्ठा कर पाए।

पैसा इकट्ठा करने के लिए सबसे पहले कंपनी को सही डॉक्यूमेंट के साथ शेयर मार्केट में लिस्ट करवाना होता है। 

इसके बाद कंपनी का IPO (Initial Public Offering) आता है। IPO के मदद से ही आम जनता कंपनी में निवेश करती है।

जब कंपनी पैसा जुटाना के लिए पहली बार शेयर मार्केट में लिस्ट करवाती है तो वह प्राथमिक बाजार में आता है।

द्वितीयक बाजार (Secondary Market)

जब कोई कंपनी प्राथमिक बाजार में IPO लाने के बाद शेयर को बेच देती है। उसके बाद कंपनी द्वितीयक बाजार में प्रवेश करती है।

शेयर मार्केट में सेकेंडरी मार्केट एक रेगुलर मार्केट है। जहां पर कंपनियों के शेयर लगातार खरीदे और बेचे जाते हैं।

जिन लोगों ने भी कंपनी के IPO के समय शेयर को खरीदे है। वह द्वितीयक बाजार में अपने शेयर को बेच सकते हैं। जिन्होंने कंपनी के IPO के समय शेयर को नहीं खरीदे हैं वह द्वितीयक बाजार से शेयर को खरीद सकते हैं।

एक लाइन में समझे तो द्वितीयक बाजार में शेयर को खरीदी और बिक्री होती है।

शेयर मार्केट का इस्तेमाल

शेयर मार्केट का इस्तेमाल करके कंपनी अपने बिजनेस को बड़ा करने के लिए पैसा इकट्ठा करते हैं। वहीं पर जो लोग अपने पैसा को निवेश करना चाहते हैं वह शेयर मार्केट में निवेश करते हैं। 

जब कंपनी को अपना बिजनेस बढ़ाना होता है तब उन्हें और अधिक पैसा का जरूर होता है। कंपनी पैसा जुटाना के लिए शेयर मार्केट में अपने आप को लिस्ट करवाती है। ताकि पैसा इकट्ठा कर पाए।

कंपनी पैसा इकट्ठा करने के लिए अपने शेयर को बेचती है। शेयर मार्केट में लिस्टेड कंपनियों के शेयर को कोई भी खरीद सकता है।

एक आम आदमी से लेकर बड़े से बड़े बिजनेसमैन भी शेयर मार्केट में लिस्टेड कंपनी के शेयर को खरीद सकता है। जब खरीदे हुए कंपनी के शेयर का दाम बढ़ता है। तब, जो लोग भी शेयर को खरीदे है उनका फायदा होता है।

जो लोग भी शेयर को खरीदते है वह इस उम्मीद से खरीदते है कि आने वाले भविष्य में शेयर का दाम बढ़ेगा या फिर लाभांश प्राप्त होगा या दोनों।

शेयर मार्केट का इस्तेमाल करके बिजनेसमैन और निवेशक दोनों का फायदा होता है।

पहला स्टॉक मार्केट

लंदन स्टॉक एक्सचेंज पहला स्टॉक मार्केट था। जो 1773 में एक कॉफी हाउस से शुरुआत हुआ। कॉफी हाउस में व्यापारी शेयर का आदान-प्रदान करने के लिए मिलते थे।

लेकिन आज शेयर मार्केट को देखा जाए तो नजारा ही अलग हो गया है। आज देश के अर्थव्यवस्था शेयर मार्केट से बहुत गहरा से जुड़ा हुआ है।

स्टॉक एक्सचेंज

जब कंपनी को पैसा का जरूर होता है तब वह शेयर मार्केट के स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट करवाता है। जब कंपनी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हो जाता है। उसके बाद ही कंपनी आम लोगों से पैसा इकट्ठा कर सकता है।

स्टॉक एक्सचेंज कंपनियों के शेयर को खरीदने और बेचने में मदद करता है।

प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज

भारत में कई सारे स्टॉक एक्सचेंज है परंतु जो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है। वह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) है।

वहीं पर अमेरिका के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज के बारे में बात करें तो वहां पर न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) और नैस्डैक है।

शेयर मार्केट में निवेश या ट्रेडिंग करने के लिए जरूरत की चीजें 

शेयर मार्केट में निवेश या ट्रेडिंग करने के लिए एक डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट का जरूर होता है। जिसे ब्रोकर के माध्यम से डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट को ओपन करवा सकते हैं।

डिमैट अकाउंट या ट्रेडिंग अकाउंट को ओपन करवाने के लिए ब्रोकर को कुछ जरूर डॉक्यूमेंट देना होता है।

जब डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट ओपन हो जाता है। उसके बाद शेयर मार्केट में आप अपना अनुसार से निवेश या ट्रेडिंग कर सकते हैं।

इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग में अंतर 

जब आप किसी कंपनी के शेयर को बहुत ही दोनों के लिए खरीदकर रखे रहते हैं तब वह इन्वेस्टमेंट होता है।

वही पर जब आप किसी कंपनी के शेयर को कम समय के लिए खरीदते है और जल्दी ही बेच देते है तब वह ट्रेडिंग कहलाता है।

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